धर्ममध्य प्रदेश

03 सिंतबर को खेला जायेगा पाढुर्णा मे जाम नदी पर पत्थरबाजी का खूनी खेल गोटमार

गोटमार मेला प्रतिवर्ष पोला त्यौहार के दूसरे दिन जाम नदी पर खेला जाता ....पांढुर्णा और सावरगांव के लोग एक दूसरे पर पत्थर बरसाते हैं

जनदर्शन न्यूज। पांढुर्णा। देश मेे पत्थरो के खूनी खेल के नाम से चर्चित गोटमार मेला मंगलवार 03 सितंबर को पांढुर्णा जिले मेे जाम नदी पर खेला जायेगा। यह खूनी खेल कई दशको से आस्था और परंपरा के नाम पर पाढुर्णा और सावरगांव के लोगो के बीच खेला जाता है।
गोटमार मेले की शुरूआत चंडी माता के मंदिर मेे चंडी माता की पूजा अर्चना से होती है दोनो गांव के रहने वाले गोटमार खिलाडी चंडी माता मंदिर पर पहुंच कर पूजा करते है फिर जाम नदी के बीच मे पेउ को लगाकर एक -दूसरे पर पत्थर फेंकना शुरू कर देते है। यह सिलसिला पूरे दिन भर चलता रहता है। पत्थरबाजी के इस खूनी खेल मे सैकडो लोग घायल हो चुके है और पिछले वर्षो मेे 13 लोग जान गवां चुके है।


गोटमार मेला मे छिंदवाडा और पांढूर्णा जिले का प्रशासन गोटमार मेेले के स्वरूप को बदलने की कोशिश कर चुका है पत्थर की जगह प्लास्टिक और रबर की गेंद का प्रयोग करने के लिए लोगो को मनाने का प्रयास किया लेकिन आस्था और परंपरा के नाम पर पत्थर की जगह प्लास्टिक और रबर की गेंद का प्रयोग करने को तैयार नही होते और पत्थरो से ही यह गोटमार खेल खेलना पसंद करते है।
गोटमार मेेले की परंपराओ मेे दो किस्से चर्चा मे रहते है। पहली परंपरा पिंडारी (आदिवासी) समाज से जुडी हुई है जिसमेे पिडांरी सेना के सेनापति दलपत शाह के किले पर महाराष्ट्र के भोसले राजा की सेना ने हमला कर दिया था। पिंडारी सेना के पास अस्त्र शस्त्र कम होने पर भोसले राजा की सेना पर पत्थरो से हमला कर सेना को हरा कर खदेड दिया था। तभी से यहा गोटमार का त्योहार लोग मनाते है।
इसके साथ ही बुजुर्गो के अनुसार सावरगांव की प्रेमिका पाढुर्णा गांव के प्रेमी युवक से प्रेम विवाह करना चाहती थी दोनो भाग कर जाम नदी पर पहुचे नदी की बाढ मेे फंसे दोनो प्रेमी जोडे को पत्थर से मार-मार कर नदी मे डुबो दिया ।
कहते है कि पाढुर्णा का यह गोटमार मेला उन प्रेमी प्रेमिका जोडे की याद मेे आयोजित होता है जिसमे दोनो गाव के लोगा एक दूसर पर पत्थर फैंक कर गोटमार मेले का आंनद लेते है और आस्था के नाम पर घायल हो जाते है। इस मेले के लिए छिंदवाडा और पाढुर्णा के पुलिस विभाग और स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम की डयूटी प्रशासन द्वारा लगायी गयी है।

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