
शहीद की मां बोलीं- अग्निवीर से सेना में समानता खत्म हुई
शहीद कैप्टन की मां मंजू ने कहा- अग्निवीर को लेकर मेरा मानना है कि ये योजना ठीक नहीं है। मेरा बेटा और मेरे पति फौज में रहे हैं। इस योजना से सेना में समानता खत्म हो गई है। मैं उनसे राष्ट्रपति भवन में मिली थी। उस समय उनके पास समय कम था। मेरा नंबर उन्होंने ले लिया था।
राहुल से मिलने के बाद शहीद कैप्टन की मां मंजू ने कहा- अग्निवीर योजना बंद होनी चाहिए। यह योजना सैनिकों के लिए सम्मानजनक नहीं है। इसको लेकर राहुल ने पॉजिटिव रिस्पॉन्स दिया। उम्मीद है कि जब वो सत्ता में आएंगे, तो इस पर विचार करेंगे।
राहुल गांधी ने रायबरेली में कीर्ति चक्र से सम्मानित कैप्टन अंशुमान सिंह के माता-पिता से मुलाकात की। मंगलवार को भुए मऊ गेस्ट हाउस में उनके साथ चाय पी। राहुल ने कहा कि हम आपके साथ खड़े हैं। करीब 40 मिनट तक शहीद के परिवार से बात की।
3 दिन पहले शहीद की पत्नी स्मृति को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कीर्ति चक्र मिला था।
सियाचिन में शहीद हुए देवरिया के कैप्टन अंशुमान सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। कैप्टन अंशुमान के बलिदान की गाथा सुनाई गई तो मां मंजू और पत्नी स्मृति की आंखें डबडबा गईं। दोनों ने खुद को संभाले रखा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कीर्ति चक्र अपने हाथों में लिया। आंखें उस वक्त नम थीं, लेकिन चेहरे गर्व से भरे थे।
अंशुमान की पत्नी नोएडा में एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करती हैं। शहादत के 6 महीने पहले 10 फरवरी, 2023 को उनकी शादी हुई थी। पत्नी स्मृति सिंह पठानकोट की रहने वाली हैं।
19 जुलाई, 2023 को सियाचिन ग्लेशियर में भारतीय सेना के टेंट में आग लग गई थी। कई जवान आग में फंस गए। अपनों को आग से घिरा देख रेजिमेंटल मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह खुद को नहीं रोक सके। उन्हें बचाने की कोशिश में कैप्टन अंशुमान शहीद हो गए। वे 15 दिन पहले ही सियाचिन गए थे।