श्योपुर के नगरीय क्षेत्र में सड़कों पर दौड़ लगा रहा हैं चीता
चीता और इंसानों के जीवन के लिए बना हुआ हैं खतरा
जन दर्शन न्यूज । श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क से निकलकर रिहायशी इलाके के पास पहुंचे नर चीता वायु तीन दिन बाद भी वापस नहीं लौटा है। कूनो से निकलकर आए चीते को मोर डूंगरी नदी के पास रोजाना सुबह के समय देखा जा रहा है। यह चीता नदी के पास के बीहड़ में खड़े घने पेड़ और झाड़ियों के बीच रह रहा है। पास में पत्थर खदान और क्रेशर हैं। चीता रोजाना झाड़ियों से निकलकर नदी में पानी पीने पहुंचता है, इसके बाद वापस लौटकर उसी जगह आ जाता है।
श्योपुर के नगरीय क्षेत्र में शिवपुरी रोड पर कलेक्ट्रेट के पास सड़को पर दौड़ लगा रहे चीता वायु का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल को रहा हैं । रात के समय सड़को पर चीता के देखे जाने से इंसानो के साथ ही नर चीता वायु के जीवन को खतरा बना हुआ हैं. वन विभाग के अधिकारी बार बार कहते हैं कि चीतो से इंसानों को कोई खतरा नहीं हैं लेकिन भयवश जनमानस से चीता को नुकसान या दुर्घटना की आशंका बनी हुई है.
आज से 27 माह पहले प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्मदिन अवसर पर नामीबिया से 12 चीतो को लाकर कूनो नेशनल पार्क में बसाया गया है. कूनो राष्ट्रीय उद्यान मैं कुल 20 चीते आए, जिनमें से 12 बचे हैं। इस दौरान 19 शावकों का जन्म हुआ। कूनो नेशनल पार्क में वर्तमान में 12 वयस्क और 12 शावक है।
हाल ही मे दो चीतो को खुले जंगल में छोड़ने पर ही हालात यह है कि एक श्योपुर जिला मुख्यालय जो कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान से लगभग 90 किलोमीटर दूर तक है, मे नगरीय क्षेत्र में सड़कों पर दौड़ लगा रहा हैं .वन विभाग के अधिकारियों को नगरीय क्षेत्रो मे सडको पर दौड़ लगा रहे चीता वायु को पकड कर कूनो नेशनल पार्क में वापस छोडना चाहिए.