बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर महंत श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के द्वारा 21-29 नवम्बर 2024 को किया जा रहा हैं “सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा का आयोजन
पूज्य गुरुदेव बागेश्वर धाम सरकार ने पाती भेज कर लोगो को किया आमंत्रित
जन दर्शन न्यूज । बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर महंत श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के द्वारा 21-29 नवम्बर 2024 “सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा का आयोजन किया जा रहा हैं ।
श्री बागेश्वर धाम से उत्तर प्रदेश की सीमा पार करते हुए मध्य प्रदेश में विराजमान श्री राम राजा सरकार ओरछा तक 160 किलोमीटर की वह यात्रा प्रस्तावित की है। मेरे द्वारा संकल्प लेकर जात-पात, ऊंच-नीच, मेद-भाव, छुआ-छूत को मिटाने के लिए 21 नवम्बर से 29 नवम्बर 2024 तक प्रतिदिन 18-20 किलोमीटर की पदयात्रा करना तय किया है, इस पदयात्रा मे बागेश्वर धाम सरकार के साथ साथ समाज के विभन्न वर्गो के लोग शामिल होगे।
बागेश्वर धाम सरकार ने प्रत्येक सनातनी हिंदू परिवारो को पाती भेज कर पदयात्रा से जुड़ने की अपील की है ।
हमारी यह पाती आप तक पहुंच रही है आप सपरिवार 21 नवम्बर से 29 नम्बर तक इस पदयात्रा में सम्मिलित होकर वो हिंदु एकता के लिए अपने गांव में अपने समाज में अपने परिवार में एकता, समरसता हेतु वचन देना संकल्प दिलाना प्रारंभ करें
पूज्य गुरुदेव बागेश्वर धाम सरकार की पाती
प्रियजनों
जय श्रीराम, जय बागेश्वर धाम, भारत एक अद्भुत देश है, जो भौगोलिक सीमाओं से घिरा हुआ देश न होकर एक जीवन शैली है, एक विधार धारा है, भारत ही एक मात्र ऐसा देश है, जो पूरी दुनिया को वसुधैव कुटुम्बकम के रूप में देखता है, परिवार के रूप में देखता है, लेकिन हमारे देश को वर्तमान में कमजोर किया जा रहा है। इस देश को आगे बढ़ने के लिए अगर सबसे बड़ा अवरोध है, तो वो है ऊंच-नीच , जात-पात, छुआ-छुत, भेद-भाव का जहर, यह जहर भारत भूमि को दीमक की तरह कमजोर कर रहा, भारत की प्रगति में अवरोध उत्पन्न कर रहा, परिवार-परिवार को तोड़ रहा, समाज को तोड़ रहा है। भारत के सनातनी हिंदूओं पर अत्याचार किया जा रहा है।
इस देश में ना कोई दलित है, ना कोई पिछडा है, ना कोई अंगड़ा है, हम सब हिन्दू है हिंदुस्थान हमारा है। हम सब सनातनी है, कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत हमारा है। हिमालय और माँ गंगा की यह पवित्र भूमि, श्री बागेश्वर बालाजी की यह पवित्र भूमि हमारी माता है, हमें अपनी संतानों को सम्पति के साथ-साथ संस्कृति दे कर के जाना है, उनकी रक्षा के लिये प्राचीन परम्परा, रीति रिवाज, हिंदुत्व की वंदना, अधियों की वंदना, हिंदू एकता की वंदना देकर जाना है। अम-जीव, भेद-भाव, जात-पांत को मिटा कर हमको हर हाल में इस प्राचीन राष्ट्र को पुनः विश्वगुरु बनाना है। वर्तमान परिस्थिति में रामचरितमानस जलाना हो, हिंदू बेटियों पर अत्याचार हो, पालघर के संतो को निर्दयता के साथ मारना हो अथवा फिर मूर्ति पूजा पर पथराव हो, राम यात्रा पर पथराव हो, राम के होने पर सबूत माने गए हो इनसे यह निश्चित होता है, कि प्रायोजित तरीके से हिंदू सनातन संस्कृति को बर्वाद करने का ध्वस्त करने का कुछ लोगों ने जेकर से रखा है। इसलिए अब हमें अपनी बहन बेटियों की इज्जत के लिए आने वाली पीढ़ी और संस्कृति के सम्मान को बचाने के लिए जात-पांत और भेद-भाव को मिटाकर हिंदू एकता का भाव जगाना पड़ेगा।
इसी भाव को लेकर हमने श्री बागेश्वर धाम से उत्तर प्रदेश की सीमा पार करते हुए मध्य प्रदेश में विराजमान श्री राम राजा सरकार ओरछा तक 160 किलोमीटर की वह यात्रा प्रस्तावित की है। मेरे द्वारा संकल्प लेकर जात-पात, ऊंच-नीच, मेद-भाव, छुआ-छूत को मिटाने के लिए 21 नवम्बर से 29 नवम्बर 2024 तक प्रतिदिन 18-20 किलोमीटर की पदयात्रा करना तय किया है, हम पैदल चलकर पिछड़े और लोगों को गले लगाये, जात-पात को मिटाने के लिए सभी बागेश्वर धाम परिवार के सदस्य एक दूसरे को शपथ दिलवाएंगे। मस्तक पर तिलक लगाकर हिंदू एकता का संदेश पूरी दुनिया को बताएंगे ताकि हिंदू एक हो सके और भारत के सनातनी हिंदू बच सके और अत्याचार करने वाले लोगों के कान खड़े हो कि अब हिंदू एक हो गया है। हम जुड़कर रहेंगे मिलकर रहेंगे तो कोई बाल बांका नहीं कर पायेगा। इसलिए अब हमको टूटना नहीं है, अब हमको जुड़ना है। आओ हम सब मिलकर एक ओम ध्वज के नीचे आए, देश धर्म संस्कृति को बचाए।
‘करो या मरो की बारी है, भारत पर संकट मारी है ‘भेद भाव और जात पांत को जड़ से हमें मिटाना है, हमें भारत भव्य बलाना है।
हमारी यह पाती आप तक पहुंच रही है आप सपरिवार 21 नवम्बर से 29 नम्बर तक इस पदयात्रा में सम्मिलित होकर वो हिंदु एकता के लिए अपने गांव में अपने समाज में अपने परिवार में एकता, समरसता हेतु वचन देना संकल्प दिलाना प्रारंभ करें।
जय बागेश्वर धाम, हम आपके परिवार के लिए श्री बाला जी महाराज से प्रार्थना करते हैं। ॥ श्री-सीता-राम ॐ सभी सुखी हों, सभी समान हों, सभी अच्छा देखें और किसी को दुःख न हो।